जयपुर। COVID-19 लॉकडाउन की वजह से सभी तरह की परिवहन सेवा काफी दिनों से बंद पड़ी है। हालाँकि रेल सेवा को केंद्र सरकार की तरफ से हरी झंडी मिल चुकी है और आज से कुछ रुट पर ट्रेन पटरी पर दौड़ने लगी है। इसी कड़ी में राजस्थान में अब जल्दी ही बस सेवा शुरू किये जाने पर विचार किया जा रहा है।
बता दें कि इंस्टीट्यूट फॉर ट्रांसपोर्ट एंड डेवलपमेंट पॉलिसी (ITDP) ने बस ऑपरेशन को लेकर गाइडलाइन तैयार की है। इसे सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय और आवासन व शहरी कार्य मंत्रालय को भी भेजा गया है। इसमें यात्रियों की सीमित संख्या (50 फ़ीसदी) के साथ बसों का संचालन शुरू करने, डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने, किराया राशि फ्लैट रखने, एक यात्री की दूसरे से 1 मीटर की दूरी सहित कोविड-19 से बचने के लिए कई बड़ी जरूरत सुजाई गई है।
इस दौरान फ्लाईओवर और सड़क सुधार के बजट का उपयोग फिलहाल सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने की पुरजोर जरूरत बताई है। मंत्रालय अध्ययन कर खुद गाइडलाइन जारी करेगा। इसी आधार पर राजस्थान में भी 25 से 30 फ़ीसदी बसों का संचालन शुरू हो सकता है। बुकिंग के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जरूरी होगा।
राजस्थान परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, 'बस संचालन शुरू करना जरूरी है। इसलिए हम लगातार होमवर्क कर रहे हैं। मैं खुद परिवहन मंत्रालय से संपर्क में हूं। वहां बस ऑपरेशन को लेकर गाइडलाइन पर काम हो रहा है। संभव है जल्द जारी हो। हरी झंडी मिलती है तो भी शुरुआत 30 फ़ीसदी बसों से ज्यादा नहीं हो सकती।'
इन बातों पर अधिक ध्यान-
- कंडक्टर की भूमिका बस के अंदर और हाल्ट स्थानों पर 'भीड़ प्रबंधक' की।
- सभी कर्मचारियों का स्वास्थ्य बीमा आवश्यक।
- बस स्टॉप के पास की रिटेल दुकान पर यात्रियों के लिए टिकट उपलब्ध कराने की व्यवस्था।
- बिना मास्क बसों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं।
- यात्रियों को बस में चढ़ने से पहले कंडक्टर उनकी थर्मल स्क्रीनिंग करें।
- बसों में यात्रियों की सीमित संख्या होने पर ज्यादा बसों की जरूरत होगी। जरूरत होने पर निजी बस ऑपरेटर से ही बसों को किराए पर लेना।
- ड्राइवर और कंडक्टर को n95 मास्क, दस्ताने और हैंड सैनीटाइजर रखना अनिवार्य
- हर ट्रिप के बाद बस को और प्रत्येक 2 से 3 घंटे बाद बस स्टॉप को सैनिटाइजेशन करना
- कोरोना महामारी को देखते हुए सफाई व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवा से जुड़े कर्मचारियों और हाई रिस्क में आने वाले लोगों के लिए अलग से बस सेवा। ऐसी बसों का सामान्य यात्रियों के लिए उपयोग नहीं हो।
- वातानुकूलित बसों में भी बेहतर वेंटिलेशन हो और खिड़की खुल सके।
- नगद किराया लेनदेन कम हो। इसके लिए किराया राशि फ्लैट हो (5 या 10 रूपए)। कंडक्टर के पास ड्रॉप बॉक्स की सुविधा हो। जिससे टिकट राशि सीधे उसी में डाली जा सके।
- ऑनलाइन टिकट व्यवस्था।
- बिना मास्क वाले यात्रियों को बसों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं। बस के अलावा यात्रियों को खुद भी सैनिटाइजर साथ रखना होगा।
- यात्रियों के लिए बसों में कंडक्टर के जरिए निर्धारित कीमत पर मास्क उपलब्ध कराना।
लॉकडाउन में छूट जिम्मेदारी के साथ मिलेगी-
वहीं, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने संकेत दिया है कि देश में सार्वजनिक परिवहन सेवाएं जल्द शुरू होंगी। पूरी दुनिया में अब ये माना जाने लगा है कि आम लोगों को अब कोरोना वायरस के साथ ही जीना सीखना होगा। ऐसे में संक्रमण से बचाव की सावधानियों का ध्यान रखना अब सामान्य प्रैक्टिस बन जाएगा। इस पर गडकरी ने कहा कि लोगों को बसों या कारों के चलने के दौरान सभी सुरक्षा उपाय जैसे मसलन हाथ धोना, सैनिटाइज करना और फेस मास्क पहनना आदि का ध्यान रखना होगा।
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